Social Science Class 6 Chapter 14 Question Answer in Hindi
कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान पाठ 14 के प्रश्न उत्तर in Hindi हमारे आस-पास की आर्थिक गतिविधियाँ
महत्वपूर्ण प्रश्न (पृष्ठ 195)
Question 1.
आर्थिक गतिविधियों को किस प्रकार वर्गीकृत किया जाता है?
उत्तर:
आर्थिक गतिविधियों को तीन मुख्य क्षेत्रकों में वर्गीकृत किया जाता है – प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक । प्राथमिक क्षेत्र में ऐसी गतिविधियाँ शामिल हैं, जो प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करती हैं, जैसे- खेती, खनन और मछली पकड़ना । द्वितीयक क्षेत्रक में ऐसी गतिविधियाँ शामिल हैं जिसमें कच्चे काल को प्रसंस्करण करके उत्पाद बनाए जाते हैं, जैसे कि कार या कपड़े बनाने वाली फैक्ट्रियाँ । तृतीयक क्षेत्रक शिक्षक, बैंकिंग या परिवहन जैसी सेवाएँ प्रदान करता है।
Question 2.
विभिन्न आर्थिक गतिविधियों को क्षेत्रकों (सेक्टरों) समूहबद्ध करने का क्या आधार है ?
उत्तर:
विभिन्न आर्थिक गतिविधियों को उनके कार्य के आधार पर क्षेत्रकों में समूहबद्ध किया जाता है। यदि वे प्रकृति से कच्चा माल प्राप्त करते हैं, तो वे प्राथमिक क्षेत्रक के अंतर्गत आते हैं। यदि वे उन कच्चे माल को उत्पादों में बदलते हैं, तो वे द्वितीयक क्षेत्रक में आते हैं। यदि वे लोगों या व्यवसायों को सेवाएँ प्रदान करते हैं, तो वे तृतीयक क्षेत्रक में आते हैं।
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Question 3.
यह तीन क्षेत्रक ( सेक्टर) आपस में किस प्रकार संबंधित हैं?
उत्तर:
तीन क्षेत्रक आपस में जुड़े हुए हैं क्योंकि वे एक-दूसरे पर निर्भर हैं। उदाहरण के लिए, किसान ( प्राथमिक क्षेत्रक) फसल उगाते हैं, जिन्हें फिर कारखानों (द्वितीयक क्षेत्रक) में ले जाया जाता है ताकि उनसे खाद्य उत्पाद बनाए जा सकें। अंत में, स्टोर, दुकान (तृतीयक क्षेत्रक) उन खाद्य उत्पादों को उपभोक्ताओं को बेचते हैं। यदि एक क्षेत्रक काम करना बंद कर देता है, तो इसका असर अन्य क्षेत्रकों पर भी पड़ सकता है।
आइए विचार करें (पृष्ठ-198)
Question 1.
क्या आप ऐसी प्राथमिक गतिविधियों के बारे में सोच सकते हैं, जिन्हें आपने पहले देखा है? इन गतिविधियों में कौन-से प्राकृतिक संसाधनों का प्रयोग हुआ है? इनमें से दो के नाम बताइए और अपने अनुभवों को सहपाठियों के साथ साझा कीजिए ।
उत्तर:
(1) हाँ।
खेती : मैंने किसानों को खेतों में सब्जियाँ और फल उगाते देखा है। वे मिट्टी, पानी, बीज और सूरज की रोशनी को प्राकृतिक संसाधनों के रूप में इस्तेमाल करते हैं।
(2) मछली पकड़ना : मैंने मछुआरों को नदियों में मछलियाँ पकड़ते भी देखा है। वे पानी का उपयोग प्राकृतिक संसाधन के रूप में करते हैं।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ-200)
Question 1.
हमने द्वितीयक क्षेत्रक की गतिविधियों के कुछ उदाहरण देखे हैं, क्या आप द्वितीयक क्षेत्रक में दो अन्य आर्थिक गतिविधियों के नाम बता सकते हैं?
उत्तर:
(1) शोधन : कच्चे तेल को उसके घटकों जैसे पेट्रोल, डीजल आदि में परिष्कृत करना ।
(2) ब्रेड पकाना : बेकरी, रोटी तथा पेस्ट्री बनाने के लिए आटा तथा अन्य सामग्री का इस्तेमाल करती है।
(3) बिजली : यूरेनियम से बिजली उत्पन्न करना ।
(4) विनिर्माण : कागज, मुद्रण और बाइंडिंग से नोटबुक का निर्माण किया जाता है।
(5) जूते बनाना : कारखानों में विभिन्न प्रकार के जूते विभिन्न प्रकार की सामग्री जैसे कपड़ा, चमड़ा, रबर, प्लास्टिक आदि से बनाए जाते हैं।
ध्यान रखें (पृष्ठ 204-205)
Question 1.
अमूल के समान कर्नाटक से नंदिनी, दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से मदर डेयरी, तमिलनाडु से आविन, आंध्र प्रदेश से विजया, नागालैंड से केवी, बिहार से सुधा, पंजाब से वरना आदि नाम से अन्य अनेक सहकारी दुग्ध संगठन हैं। क्या आप अपने आस-पास के किसी एक सहकारी संगठन का नाम बता सकते हैं जिसने किसानों, अशक्त लोगों और महिलाओं को एकत्रित करके उनके जीवन को समद्ध किया हो ?
उत्तर:
केरल को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन
(KCMMF य MILMA)
आइए विचार करें (पृष्ठ- 206)
Question 1.
पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 205 पर दिए गए चित्र 14.1 में प्रक्रिया के विभिन्न चरणों को देखिए और अपने सहपाठियों के साथ चर्चा कीजिए ।

उत्तर:
(1) पेड़ों की कटाई,
(2) कटे हुए पेड़ों को एकत्रित,
(3) ट्रक में इन पेड़ों को भरना,
(4) पेड़ों को ले जाना,
(5) कागज बनाना,
(6) कागज को ले जाना,
(7) कागज प्रिंट करना,
(8) किताबें बेचना ।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ- 206)
Question 1.
पाठ्यपुस्तक के पृष्ठ 205 पर दिए गए चित्र 14.1 में दर्शाए गए कार्यों को क्षेत्रकों में वर्गीकृत कीजिए-
1. प्राथमिक क्षेत्रक
2. द्वितीयक क्षेत्रक
3. तृतीयक क्षेत्रक
उत्तर:
चित्र 1: प्राथमिक क्षेत्रक; चित्र 2 : तृतीयक क्षेत्रक; चित्र 3 : तृतीयक क्षेत्रक; चित्र 4: तृतीयक क्षेत्रक; चित्र 5 : द्वितीयक क्षेत्रक; चित्र 6 : द्वितीयक क्षेत्रक; चित्र 7 : द्वितीयक क्षेत्रक; चित्र 8 : तृतीयक क्षेत्रक ।
आइए पता लगाएँ (पृष्ठ – 207)
Question 1.
अपने आस-पास की आर्थिक गतिविधियों की एक सूची बनाइए और प्राथमिक, द्वितीयक या तृतीयक गतिविधियों के रूप में उन्हें वर्गीकृत कीजिए। इसके उपरांत तीर लगाकर दर्शाइए कि वे एक-दूसरे से किस प्रकार संबंधित और परस्पर आश्रित हैं; यदि इनमें से किसी एक गतिविधि का अंत हो जाता है, तो क्या होगा?
उत्तर:
आस-पास की कुछ आर्थिक गतिविधियाँ हैं-
• प्राथमिक : खेती (कपास उगाना)
• द्वितीयक कपड़ा मिल
• तृतीयक : कपड़ा विक्रेता की दुकान

इन सभी आर्थिक गतिविधियों में, सभी पैसे कमा रहे हैं। मान लीजिए किसान कपास न उगाए तो कपड़ा मिल तथा कपड़ा दुकानदार की भी जरूरत नहीं होगी। यदि कपड़ा मिल कपड़ा नहीं बनाएगी तो दुकानदार और किसान की जरूरत नहीं होगी। इस प्रकार ये एक-दूसरे पर अत्यधिक निर्भर हैं।
यदि कोई एक गतिविधि बंद हो जाए तो कोई भी आर्थिक गतिविधि नहीं होगी।
Class 6 Social Science Ch 14 Question Answer in Hindi हमारे आस-पास की आर्थिक गतिविधियाँ
प्रश्न, क्रियाकलाप और परियोजनाएँ (पृष्ठ 207)
Question 1.
प्राथमिक क्षेत्रक क्या है? यह द्वितीयक क्षेत्रक से किस प्रकार भिन्न है? दो उदाहरण दीजिए ।
उत्तर:
उन आर्थिक गतिविधियों का समूह, जिसमें प्रकृति से सीधे कच्चे माल का निष्कर्षण शामिल होता है, प्राथमिक क्षेत्रक कहलाता है। इसका मतलब है कि प्राथमिक क्षेत्रक में प्रकृति से कच्चा माल प्राप्त करना शामिल है। प्राथमिक क्षेत्रक में कृषि, मछली पकड़ना, वानिकी और खनन शामिल है।
द्वितीयक क्षेत्रक इससे अलग है क्योंकि द्वितीयक क्षेत्रक, प्राथमिक क्षेत्रक से कच्चा माल प्राप्त करता है तथा उन्हें बिक्री या उपभोग के लिए उत्पादों में बदल देता है। इसका मतलब है कि द्वितीयक क्षेत्रक में वस्तुओं का विनिर्माण शामिल है। उदाहरण के लिए, एक कारखाने में खाने योग्य तेल का उत्पादन किया जाता है।
उदाहरण:
(1) किसान गेहूँ, चावल और सब्जियाँ जैसी फसलें उगाते हैं। वे भोजन उत्पादन के लिए मिट्टी, पानी, बीज और सूरज की रोशनी का इस्तेमाल करते हैं।
(2) मछुआरे नदियों, झीलों या समुद्र से मछलियाँ पकड़ते हैं। वे लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्राकृतिक संसाधन के रूप में पानी पर निर्भर रहते हैं।
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Question 2.
द्वितीयक क्षेत्रक किस प्रकार से तृतीयक क्षेत्रक पर निर्भर है ? उदाहरणों द्वारा समझाइए ।
उत्तर:
द्वितीयक क्षेत्रक तृतीयक क्षेत्रक पर निर्भर करता है। क्योंकि तृतीयक क्षेत्रक महत्वपूर्ण सेवाएँ प्रदान करता है जो द्वितीयक क्षेत्रक को सुचारु रूप से संचालित करने में मदद करती है। तृतीयक क्षेत्रक में परिवहन, बैंकिंग, खुदरा और शिक्षा जैसी सेवाएँ शामिल हैं।
उदाहरण :
(1) परिवहन : द्वितीयक क्षेत्रक में काम करने वाले कारखानों को अपने उत्पादों को स्टोर तक ले जाने की जरूरत होती है। उदाहरण, ब्रेड बनाने वाली बेकरी, ब्रेड को किराने की दुकानों तक पहुँचाने के लिए डिलीवरी ट्रकों (तृतीयक क्षेत्रक) पर निर्भर करती है, जहाँ लोग इसे खरीद सकते हैं।
(2) बैंकिंग : कारखानों में अक्सर उपकरण खरीदने या श्रमिकों को भुगतान करने के लिए ऋण की आवश्यकता होती है। वे अपने व्यवसाय को चलाने के लिए आवश्यक धन प्राप्त करने के लिए बैंकों (तृतीयक क्षेत्रक) पर निर्भर होते हैं।
Question 3.
प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों के बीच परस्पर निर्भरता का एक उदाहरण दीजिए। इसको प्रवाह चित्र (फ्लोचार्ट) का प्रयोग करते हुए समझाइए ।
उत्तर:
प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों के बीच परस्पर निर्भरता का एक उदाहरण कपड़े के उत्पादन में देखा जा सकता है।

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